TRAPPIST-1 (ट्रैपीस्ट-1)
TRAPPIST -1 System |
बात थोड़ी अचम्भे भरी है मगर सच है, की ब्रह्माण्ड में प्रथ्वी के अलावा ऐसे और भी ग्रह है, जहां जीवन मोजूद होने की सम्भावना है | ये किस्सा 2008 से शुरू हुआ, जहां TRAPPIST-1 पर धन और समय दोनों लगाने की अनुमति मिल गई थी |
वर्ष 3 अक्टूबर 2013 में, TRAPPIST-1 के मोजूद होने के सबसे पहले सुराग मिलें, और 2015 तक इसके बारे में काफी कुछ पता लगा लिया गया था, मगर आज भी इसकी गहराई तक जाने की खोज जारी है | 23 फरवरी 2017 को एक मशहूर पत्रिका "Nature" द्वारा इसे प्रकाशित भी किया गया और ये सम्पुर्ण जगत के लिए एक बेहद ही बेहतरीन खोज थी, क्योकि कही न कही, एक ऐसे रास्ते का पता लगा लिया गया है, की जब इस प्रथ्वी का अंत होगा तब हम दुसरे ग्रह, जहा जीवन संभव है, वहां तक जाने में सक्षम होंगे |
असल में वहां 7 ग्रह और एक सूर्य जैसे ही एक ब्रह्माण्ड प्रणाली मिली है, जैसी की हमारी ब्रह्माण्ड प्रणाली "आकाश गंगा" है, देखा जाये तो ये हुबहू हमारी आकाश गंगा जैसे ही है, मगर इनमे कुछ बड़े अंतर है | जैसे की वहां के सभी ग्रह एक दुसरे के बेहद ही करीब है, इतना की उन्हें नग्न आँखों से सीधा किसी एक ग्रह पर खड़े रह कर देखा जा सकता है | बिलकुल वैसे ही जैसे हमें यहाँ चाँद दिखाई देता है | वहां का सूरज बेहद ही लाल रंग का है, जिसका असर ग्रहों की चमक पर भी दिखाई देता है |
वहां के सूर्य को TRAPPIST-1A नाम दिया गया है और बाकी उसके अन्य ग्रहों को TRAPPIST-1B से TRAPPIST-1H तक नाम दिया गया है, और जो अभी अज्ञात है उन्हें TRAPPIST-1X कहा जाता है
Trappist-1 |
वहां तक पहुचना अभी संभव नहीं है, मगर लगातार इसका प्रयास किया जा रहा है की हम दुसरे ग्रहों पर भी जा सकें, TRAPPIST-1 धरती से 40 प्रकाश वर्ष दूर है | प्रकाश वर्ष का अर्थ है की अगर हम प्रकाश की गति से ग्रहों की और चले तो हमें 40 वर्ष लगेंगे | प्रकाश ब्रह्माण्ड में सबसे तेज गति से गमन करता है, इसकी रफ़्तार 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड है, जिसकी रफ़्तार से चलना अभी तक संभव नहीं है, मगर हर पल,हर क्षण सबसे तेज वाहन बनाने की खोज जारी है |
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