पागल कौन है | Who is mad |
एक बार एक राजा था, उसका भरा-पूरा राज्य था | सारी प्रजा उसके राज में खुश-हाल थी, राजा किसी को कभी कोई समस्या नहीं आने देता था | मगर राज्य में दो कुएं थे, एक कुआ वो, जिसमे से प्रजा पानी ले जाती थी और दूसरा कुआ वो, जिसमे से राजा के लिए पानी ले जाया जाता था |
एक बार एक वैध उस राज्य से होकर गुजर रहा था, उसके पास उसकी जड़ी-बूटियों का झोला भी था | रात के अँधेरे में अचानक वो उस कुए से टकराया, जिससे प्रजा पानी ले जाया करती थी और वहां टकराते ही उसका जड़ी-बूटियों का झोला उसी कुए में गिर गया | अँधेरा होने के कारण वो कुए में देख नहीं पाया और चंद प्रयत्न करने के बाद हार कर अपने रस्ते की और चल दिया |
मगर अब कुछ ऐसा होने वाला था, जिसके बारे में कोई नहीं जानता था | रात भर जड़ी-बूटियों का कुछ ऐसा मिश्रण बना जिसने पानी को एक प्रकार का रासायनिक द्रव्य बना दिया | सुबह वो पानी पूरी प्रजा तक पहुँच गया और सभी ने उसका सेवन किया |
कुछ वक्त बाद धीरे-धीरे प्रजा के सभी लोग पागल होने लगे, सिवाए राजा के | स्मरण रहे सिवाए राजा के | अब प्रजा के सभी लोग पागलों जैसा व्यवहार करने लगे थे पर राजा सामान्य था | प्रजा के सभी लोग स्वयं पागल थे और असामान्य गतिविधियाँ करते थे और जब भी राजा प्रजा के बीच कोई सामान्य कार्य करता तो पूरी प्रजा राजा को पागल समझती थी |
ध्यान से पढ़िए की पूरी प्रजा राजा को पागल समझती थी जबकि पागल वो स्वयं थे |
अब बात की गंभीरता पर चलते है, की वहां असल में पागल कौन था, प्रजा या राजा ? दोनों पक्ष एक दुसरे को पागल समझ रहे थे, क्या सच में राजा पागल था या प्रजा पागल थी ?
प्रजा की और से देखें तो राजा और राजा की और से देखे तो प्रजा | असल में ये केवल विचारो का फर्क है, आजतक आपने जो भी सभी लोगो को करते देखा है, वो आपके दिमाग में एक विचार बन गया है, और अब अगर आप अचानक किसी ऐसे व्यक्ति,समुदाय या फिर समाधान को देखते है जो आपने आजतक नहीं देखा तो आप उसे पागल कहते है | असल में पागल शब्द को अच्छे से समझा जाये तो अर्थ है की मैं तुम्हारी गतिविधियों, विचारों और काम करने के तरीकों को नहीं समझ पाया हूँ |
पढ़ा-लिखा व्यक्ति किसी अनपढ़ को पागल कहता है, तो अनपढ़ पढ़े-लिखे व्यक्ति को | असल में दोनों केवल आरोप लगा रहे है, मगर दोनों में से कोई एक दुसरे को समझने की कोशिश नहीं कर रहा | अगर दोनों एक दुसरे को समझने की कोशिश करे तो वो जान जायेंगे की पागल कोई नहीं था, असल में वो केवल उनके विचारो में था, जिसका कभी कोई अस्तित्व ही नहीं है |
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